Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
25 Jul 2024 · 1 min read

जो अपने दिल पे मोहब्बत के दाग़ रखता है।

जो अपने दिल पे मोहब्बत के दाग़ रखता है।
चराग़ से भी ज़्यादा चराग़ रखता है।
मिला है अब के एक ऐसा पढ़ा लिखा महबूब
जो मेरे दिल के बराबर दिमाग़ रखता है।
(अज्ञात)

3 Likes · 129 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
पर्वत के जैसी हो गई है पीर  आदमी की
पर्वत के जैसी हो गई है पीर आदमी की
Manju sagar
*बाजारों में जाकर देखो, कैसी छाई दीवाली (हिंदी गजल)*
*बाजारों में जाकर देखो, कैसी छाई दीवाली (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
तू अपना सफ़र तय कर -कविता
तू अपना सफ़र तय कर -कविता
Dr Mukesh 'Aseemit'
तुम सबने बड़े-बड़े सपने देखे थे, धूमिल हो गए न ... कभी कभी म
तुम सबने बड़े-बड़े सपने देखे थे, धूमिल हो गए न ... कभी कभी म
पूर्वार्थ
तमाम रातें तकतें बीती
तमाम रातें तकतें बीती
Suryakant Dwivedi
पल
पल
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
दुःख बांटू तो लोग हँसते हैं ,
दुःख बांटू तो लोग हँसते हैं ,
Uttirna Dhar
भोजपुरी के संवैधानिक दर्जा बदे सरकार से अपील
भोजपुरी के संवैधानिक दर्जा बदे सरकार से अपील
आकाश महेशपुरी
कविता जीवन का उत्सव है
कविता जीवन का उत्सव है
Anamika Tiwari 'annpurna '
इस धरा का इस धरा पर सब धरा का धरा रह जाएगा,
इस धरा का इस धरा पर सब धरा का धरा रह जाएगा,
Lokesh Sharma
इश्क इवादत
इश्क इवादत
Dr.Pratibha Prakash
प्रेम गजब है
प्रेम गजब है
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
सत्य की खोज
सत्य की खोज
Dheerja Sharma
कविता
कविता
Sushila joshi
ख़्याल आते ही क़लम ले लो , लिखो तुम ज़िंदगी ,
ख़्याल आते ही क़लम ले लो , लिखो तुम ज़िंदगी ,
Neelofar Khan
अनमोल जीवन के मर्म को तुम समझो...
अनमोल जीवन के मर्म को तुम समझो...
Ajit Kumar "Karn"
क्या हसीन मौसम है
क्या हसीन मौसम है
shabina. Naaz
कविता -
कविता - " रक्षाबंधन इसको कहता ज़माना है "
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
त्योहार
त्योहार
Dr. Pradeep Kumar Sharma
23/166.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/166.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
नारी
नारी
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
इंडिया ने परचम लहराया दुनियां में बेकार गया।
इंडिया ने परचम लहराया दुनियां में बेकार गया।
सत्य कुमार प्रेमी
एक चुटकी सिन्दूर
एक चुटकी सिन्दूर
Dr. Mahesh Kumawat
वनमाली
वनमाली
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
सांझ सुहानी मोती गार्डन की
सांझ सुहानी मोती गार्डन की
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
Feeling of a Female
Feeling of a Female
Rachana
"जीवन का प्रमेय"
Dr. Kishan tandon kranti
चाल चलें अब मित्र से,
चाल चलें अब मित्र से,
sushil sarna
बाल कविता: तितली रानी चली विद्यालय
बाल कविता: तितली रानी चली विद्यालय
Rajesh Kumar Arjun
🙅in world🙅
🙅in world🙅
*प्रणय*
Loading...