जोगीरा सा रा रा (होली)
बुरा न मानो होली है
कबीर/समुंदर/सरसी छंद
जोगीरा सा रा रा रा
राजनीति की तिरिया चाहे,
कडियल मस्त मलंग।
वे न पायें हुए हैं जिनके,
ढीले ढाले अंग।
जोगीरा सा रा रा
मोदी योगी शाह गडकरी,
दिया सुखद अहसास।
लगे सभी आए डाबर का,
खाकर चयवनप्रास।
जोगीरा सा रा रा
जोगीरा सा रा रा
माह अठारह में ले डूबी,
काँग्रेस की फूट।
मामा मध्यप्रदेश मनायें,
मजा मौज की लूट।
जोगीरा सा रा रा
जोगीरा सा रा रा
सत्ता घोड़ी कठिन सवारी,
बहुमत बिना लगाम।
बीच रास्ते में जो बिचके,
पटके धरा धड़ाम।
जोगीरा सा रा रा
जोगीरा सा रा रा।
मस्ती हस्ती मना रही है,
घोंट छानकर भंग।
सबको खूब भरे खुशियों में,
होली की हुडदंग।
जोगीरा सा रा रा
जोगीरा सा रा रा।
गुरू सक्सेना
नरसिंहपुर मध्यप्रदेश
8/3/23 होली