जैसे पतझड़ आते ही कोयले पेड़ की डालियों को छोड़कर चली जाती ह
जैसे पतझड़ आते ही कोयले पेड़ की डालियों को छोड़कर चली जाती है और बसंत आते ही डेरा डाल लेती है।
वैसे ही स्वार्थी इंसान भी आपके साथ व्यवहार करता है।
RJ Anand Prajapati
जैसे पतझड़ आते ही कोयले पेड़ की डालियों को छोड़कर चली जाती है और बसंत आते ही डेरा डाल लेती है।
वैसे ही स्वार्थी इंसान भी आपके साथ व्यवहार करता है।
RJ Anand Prajapati