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17 May 2023 · 1 min read

जैसी नीयत, वैसी बरकत! ये सिर्फ एक लोकोक्ति ही नहीं है, ब्रह्

जैसी नीयत, वैसी बरकत! ये सिर्फ एक लोकोक्ति ही नहीं है, ब्रह्म वाक्य है; जो प्रत्येक मनुष्य के जीवन में सिद्ध हो जाता है!
“मौज”

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