Sahityapedia
Login
Create Account
Home
Search
Dashboard
0
Notifications
Settings
ओनिका सेतिया 'अनु '
209 Followers
Follow
Report this post
17 Aug 2021 · 1 min read
जुल्मत
क्या जुल्मत पड़ी तेरे जाने के बाद ,
रोशनी के लिए हमें अपना चिराग ए दिल जलाना पड़ा।
Language:
Hindi
Tag:
शेर
Like
Share
1 Like
· 420 Views
Share
Facebook
Twitter
WhatsApp
Copy link to share
Copy
Link copied!
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Join Sahityapedia on Whatsapp
Books from ओनिका सेतिया 'अनु '
View all
धरती की पुकार
Onika Setia "Anu"
You may also like:
" दोहरा चरित्र "
DrLakshman Jha Parimal
वृक्ष की संवेदना
Dr. Vaishali Verma
माँ सरस्वती वंदना
Karuna Goswami
कुत्ते का श्राद्ध
Satish Srijan
4440.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
ह्रदय की पीड़ा से
Dr fauzia Naseem shad
एक व्यथा
Shweta Soni
कसक
Dipak Kumar "Girja"
जब तक बांकी मेरे हृदय की एक भी सांस है।
Rj Anand Prajapati
जो खत हीर को रांझा जैसे न होंगे।
सत्य कुमार प्रेमी
पैसे कमाने के लिए लोग नीचे तक गिर जाते हैं,
Ajit Kumar "Karn"
कहां खो गए
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
"ककहरा"
Dr. Kishan tandon kranti
रविदासाय विद् महे, काशी बासाय धी महि।
गुमनाम 'बाबा'
मरने की ठान कर मारने के लिए आने वालों को निपटा देना पर्याप्त
*प्रणय*
मानवता
Rahul Singh
ज़िन्दगी का फ़लसफ़ा
Chitra Bisht
राम प्यारे हनुमान रे।
krishna waghmare , कवि,लेखक,पेंटर
अफसोस है मैं आजाद भारत बोल रहा हूॅ॑
VINOD CHAUHAN
छोड़ो भी यह बात अब , कैसे बीती रात ।
sushil sarna
एक कोर्ट में देखा मैंने बड़ी हुई थी भीड़,
AJAY AMITABH SUMAN
दोस्ती
Adha Deshwal
रिश्ता
अखिलेश 'अखिल'
*दोस्त*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
காதல் என்பது
Otteri Selvakumar
"मैं तारीफें झूठी-मूठी नहीं करता ll
पूर्वार्थ
मासूम कोयला
singh kunwar sarvendra vikram
प्री वेडिंग की आँधी
Anil chobisa
*इस वसंत में मौन तोड़कर, आओ मन से गीत लिखें (गीत)*
Ravi Prakash
" हय गए बचुआ फेल "-हास्य रचना
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
Loading...