Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
26 Aug 2022 · 1 min read

जुदाई की शाम

याद मुझे वह
करती होगी!
अब भी आहें
भरती होगी!!
ग़ैर की बांहों में
ख़ुद को पाकर!
जीते जी ही
मरती होगी!!
#Geetkar
Shekhar Chandra Mitra
#sadshayari #जुदाई #love
#Romantic #Lyricist

Language: Hindi
Tag: गीत
79 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
2515.पूर्णिका
2515.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
विषय- सत्य की जीत
विषय- सत्य की जीत
rekha mohan
मूल्य मंत्र
मूल्य मंत्र
ओंकार मिश्र
धनवान -: माँ और मिट्टी
धनवान -: माँ और मिट्टी
Surya Barman
पाती
पाती
डॉक्टर रागिनी
संभावना
संभावना
Ajay Mishra
आया जो नूर हुस्न पे
आया जो नूर हुस्न पे
हिमांशु Kulshrestha
सिर्फ उम्र गुजर जाने को
सिर्फ उम्र गुजर जाने को
Ragini Kumari
😊
😊
*प्रणय प्रभात*
सवेदना
सवेदना
Harminder Kaur
लौट चलें🙏🙏
लौट चलें🙏🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
" प्रेरणा "
Dr. Kishan tandon kranti
साँझ ढली पंछी चले,
साँझ ढली पंछी चले,
sushil sarna
लहजा
लहजा
Naushaba Suriya
सुनो तुम
सुनो तुम
Sangeeta Beniwal
दिनकर तुम शांत हो
दिनकर तुम शांत हो
भरत कुमार सोलंकी
माता - पिता
माता - पिता
Umender kumar
पसन्द नहीं था खुदा को भी, यह रिश्ता तुम्हारा
पसन्द नहीं था खुदा को भी, यह रिश्ता तुम्हारा
gurudeenverma198
स्वतंत्रता दिवस की पावन बेला
स्वतंत्रता दिवस की पावन बेला
Santosh kumar Miri
*सपोर्ट*
*सपोर्ट*
pratibha Dwivedi urf muskan Sagar Madhya Pradesh
*लटका कर झोला कंधे पर, घूम रहे हैं मेले में (गीत)*
*लटका कर झोला कंधे पर, घूम रहे हैं मेले में (गीत)*
Ravi Prakash
समय
समय
Annu Gurjar
होली
होली
डॉ नवीन जोशी 'नवल'
इंसान तो मैं भी हूं लेकिन मेरे व्यवहार और सस्कार
इंसान तो मैं भी हूं लेकिन मेरे व्यवहार और सस्कार
Ranjeet kumar patre
दो दिन की जिंदगी है अपना बना ले कोई।
दो दिन की जिंदगी है अपना बना ले कोई।
Phool gufran
जय श्री राम।
जय श्री राम।
Anil Mishra Prahari
जिंदगी जीने के दो ही फ़ेसले हैं
जिंदगी जीने के दो ही फ़ेसले हैं
Aisha mohan
बाघ संरक्षण
बाघ संरक्षण
Neeraj Agarwal
Live life in moments, not in days or years or your schedules
Live life in moments, not in days or years or your schedules
पूर्वार्थ
निराशा से बड़ी है आशा जो
निराशा से बड़ी है आशा जो
Sonam Puneet Dubey
Loading...