बारिश पर तीन कविताएं /©मुसाफिर बैठा
भले ही शरीर में खून न हो पर जुनून जरूर होना चाहिए।
ज़ब ज़ब जिंदगी समंदर मे गिरती है
जागी जवानी
Pt. Brajesh Kumar Nayak / पं बृजेश कुमार नायक
हनी गर्ल बनी 'यूनिसेफ' गर्ल
अगर कोई लक्ष्य पाना चाहते हो तो
बेटियां देखती स्वप्न जो आज हैं।
‘ विरोधरस ‘ [ शोध-प्रबन्ध ] विचारप्रधान कविता का रसात्मक समाधान +लेखक - रमेशराज
Aaj 16 August ko likhane ka Ehsas Hua bite 2021 22 23 mein j
The leaf trying its best to cringe to the tree,
- हम दोनो अनजान बन गए एक दूसरे की जान -
समुंदर में उठती और गिरती लहरें
आप जब तक दुःख के साथ भस्मीभूत नहीं हो जाते,तब तक आपके जीवन क
पढ़ लेना मुझे तुम किताबों में..
"If my energy doesn't wake you up,
🌻 गुरु चरणों की धूल🌻
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'