जीव जीवन में है परमेश्वर वास
जीव जीवन में है परमेश्वर वास
आंखों में वसते हैं इनके त्रिनेत्र
जीव प्राण है इनकी दया माया
निहारते क्षण क्षण प्रकृति काया
समझाते स्वच्छता सुंदरता मानवता परोपकार आस्था विश्वास मेरी श्रृंगार संभाल सुरक्षित रख जीयो वेमिशाल ।
टी.पी तरुण