जीवन
गर्भ से आना तय है जाना तय है इस संसार से
जीवन नैया चलती रहती साँसों की पतवार से
गम, खुशियों की लहरें मन के सोच सरोवर में
कभी किनारा दिखलाती कभी करें मझधार में
गर्भ से आना तय है जाना तय है इस संसार से
जीवन नैया चलती रहती साँसों की पतवार से
गम, खुशियों की लहरें मन के सोच सरोवर में
कभी किनारा दिखलाती कभी करें मझधार में