जीवन में समय प्रबंधन की महत्ता
जीवन में समय प्रबंधन की महत्ता
अक्सर कई लोग इस बात की शिकायत सुनते रहते हैं कि उन्हें दिया गया कार्य पूर्ण क्यों नहीं हुआ ? समाज के हर वर्ग में यह आम बात है कि कुछ लोग समय से अपना कार्य पूर्ण नहीं करते I जीवन में समय के साथ तालमेल अत्यंत आवश्यक है I जो व्यक्ति समय के साथ अपना तालमेल नहीं दिखा पाता उसे कदम-कदम पर मुश्किलों का सामना करना पड़ता है I वह कभी भी दिया हुआ कार्य एक निश्चित अवधि में पूर्ण नहीं कर पाता I उसे अपना कार्य बोझ लगने लगता है और यही वह उसके मानसिक तनाव, चिड़चिड़ापन और स्वास्थ्य में खराबी का एक कारण बनता है I जो व्यक्ति समय के प्रबंधन की महत्ता को नहीं समझता वह कार्यक्षेत्र पर भी अपने सहयोगियों से प्रतिस्पर्धा एवं कार्य गुणवत्ता में पीछे रह जाता हैl
समय प्रबंधन न होने के दुष्परिणाम:-
1. समय पर कार्य पूर्ण न होने पर कार्य की गुणवत्ता कम हो जाती है I
2. कार्य पूर्ण न कर पाने से व्यक्ति पर मानसिक दबाव बढ़ जाता हैI
3. कार्यक्षेत्र में समय पर कार्य पूर्ण न कर पाने वाले व्यक्ति के सम्मान एवं प्रतिष्ठा में कमी आती हैI
4. छात्रों द्वारा भी समय पर कार्य पूर्ण न करने पर उनके मनोबल में गिरावट आती है और वे वर्तमान प्रतियोगिता की दौड़ में पीछे रह जाते हैं।
5. समय प्रबंधन की कमी के चलते व्यक्ति अपने लक्ष्य को प्राप्त करने में असफल हो जाता है।
6. बार-बार आलोचना का शिकार होकर व्यक्ति निराश हो जाता है और उसमें आगे बढ़ने की चाहत खत्म हो जाती है।
7. व्यक्ति में नकारात्मक शक्ति का इतना अधिक प्रभाव हो जाता है कि वह सकारात्मकता को पीछे छोड़ देता है ।
गहन अध्ययन एवं बीते समय के अनुभव के आधार पर मैं उन सभी तथ्यों और कारणों को ढूंढने में प्रयासरत रहा, जो व्यक्ति द्वारा समय पर किए गए कार्य को पूरा न होने के लिए उत्तरदायी है। यह सभी कारण उसके उद्देश्यों एवं समय प्रबंधन में बाधक साबित होते हैं यह अत्यंत आवश्यक है कि उन सभी तथ्यों को ढूंढा जाए जो किसी भी कार्य को पूरा होने में बाधक हैं ।
समय प्रबधन न होने के मुख्य कारण:-
1. समय पर कार्य पूर्ण नहीं होने देने में किसी भी व्यक्ति का पारिवारिक माहौल बाधक बन सकता है अगर व्यक्ति को परिवार की कलह एवं अशांति से झुझना पड़ेगा तो वह निश्चित अवधि में अपना कार्य पूर्ण नहीं कर पाएगाI
2. कार्य स्थल का अत्यधिक कार्य दबाव भी व्यक्ति के समय प्रबंधन में बाधक बनता है l
3. नियमित दिनचर्या का अभाव भी समय प्रबंधन में बाधक साबित होता हैl
4. व्यक्ति के मन में आई नकारात्मक सोच भी कार्य मे बाधक साबित होती है ।
5. कई बार देखने को मिलता है कि व्यक्ति का अस्वस्थ शरीर भी उसे समय पर कार्य पूर्ण करने में बाधा बनता है l
6. उद्देश्यहीनता भी कार्य पूर्ण करने में एक बहुत बड़ी बाधा है l
समय प्रबंधन के लिए उठाए जाने वाले आवश्यक कदम:-
1. अपने कार्यों को उनकी प्रमुखता एवं वरीयता के हिसाब से सूचीबद्ध करें l
2. आप समय प्रबंधन की एक समय सारणी तैयार करें जिससे उचित समय पर कार्य पूरा किया जा सके। किसी भी कार्य को पूरा करने की एक समय अवधि निश्चित करें l
3. कार्यक्षेत्र में आ रही रुकावटों का सभी के साथ मिलकर निदान करने का प्रयास करे।
4. नियमित दिनचर्या रखें और परिवार एवं कार्यक्षेत्र में हंसी खुशी का माहौल बनाए l
5. अपनी सोच में सकारात्मकता को बढ़ावा दें l
समय प्रबंधन के गुण एवं लाभ:-
1. समय प्रबंधन से हम निर्धारित समय अवधि में अपना कार्य पूर्ण कर सकते हैं l
2. समय प्रबंधन से हम अतिरिक्त कार्य के अनावश्यक बोझ से बच सकते हैं l
3. समय प्रबंधन से कार्य क्षेत्र एवं घर परिवार के माहौल को सौहार्दपूर्ण बनाया जा सकता हैl
4. समय प्रबंधन से आप अपनी उर्जा का सकारात्मक प्रयोग कर सकते हैं l
5. समय प्रबंधन से व्यक्ति प्रशंसा एवं दूसरों का सहयोग प्राप्त करने में सफल रहता है l
6. समय पर अपना कार्य पूर्ण करने व उसे सूचीबद्ध करने से व्यक्ति को व्यर्थ की आलोचनाओं एवं भूल- भुलैया का शिकार नहीं होना पड़ता और वह सफलता की सीढ़ियों पर आसानी से ऊपर चढ़ जाता है l
अपने लेख के माध्यम से मैं समाज के सभी वर्ग के लोगों से यह आशा एवं उम्मीद करुंगा कि वे अपना कार्य एक निश्चित समय अवधि में पूरा करने का प्रयास करें । छात्रों के लिए यह लेख अत्यंत आवश्यक है । वे समय प्रबंधन के हिसाब से अपना कार्य पूर्ण करें ।
आगामी लेख के माध्यम से मैं कुछ अन्य महत्वपूर्ण विषयों पर भी प्रकाश डालूंगा जो व्यक्ति को जीवन में सफल बनाने में कारगर सिद्ध होंगे।