जीवन पुष्प की बगिया
ये जीवन बगिया,
रंग बिरंगे फूलों से खिला,
सुंदर होता प्रतीत।
मन लुभाये सुंदरता,
बिखेरे खुशुबू जग मे प्रसन्नता,
पुष्प की शालीनता।
छोटी सी जिंदगी,
खिलना और मुरझाना जग में,
खुशियाँ ही देना।
प्रेम में पुष्प,
समर्पित होता दिल मिलते जब,
नया संसार खिलता।
रचनाकार
बुद्ध प्रकाश
मौदहा हमीरपुर।