जीवन जीने की कला, पहले मानव सीख
जीवन जीने की कला, पहले मानव सीख
नहीं चैन मिलता वहाँ, जहाँ युद्ध की चीख
जहाँ युध्द की चीख, वहाँ होता कोलाहल
मार काट के बीच, हुआ कब मुश्किल का हल
कहे ‘अर्चना’ बात, न पालो कोई उलझन
रखने से मन शांत, सफल होगा ये जीवन
2-06-2022
डॉअर्चना गुप्ता