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13 Jun 2023 · 1 min read

जीवन जीते रहने के लिए है,

जीवन जीते रहने के लिए है,
रुकना नही है,
कभी थक हार के,
क्या रुकी है बयार कभी?
उसी तरह बहते रहें निर्मल,
स्वच्छ प्राण वायु सी

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