जीवन के अर्थ
?अत्यंत दुःखद!?
चीफ ऑफ डिफेंस स्टॉफ एवं पूर्व सेना प्रमुख श्री विपिन रावत जी की दुःखद मृत्यु समस्त देशवासियों के लिए अपूरणीय क्षति है। देश के प्रति उनका अभूतपूर्व सेवाकाल सदैव हमारी स्मृतियों में जीवित रहेगा।
श्रीमती मधुलिका रावत जी एवं अन्य 11 वीर हुतात्माओं को नमन।
?ॐ शांति!ॐ शांति!ॐ शांति!?
✒️जीवन ?की पाठशाला ?️
जीवन चक्र ने मुझे सिखाया की इस संसार में यदि कुछ अटल है तो वह है मृत्यु- एक दिन आएगा जब मृत्यु सुंदरी की गोद में यह जीवन समा जायेगा, किन्तु फिर भी अज्ञानी मनुष्य इस बात को समझ नहीं पा रहा और वह निरंतर इस भौतिकवादी संसार में ही रत है।
जीवन चक्र ने मुझे सिखाया की दर्द हमें ये संकेत देता है की हम जीवित हैं -समस्याओं से जूझना संकेत देता है की हम अंदर से मजबूत हैं और प्रार्थना /अरदास संकेत देते हैं की हम अकेले नहीं है कोई है हमारे साथ हमेशा एक अद्रशय शक्ति /ऊर्जा के रूप में …,
जीवन चक्र ने मुझे सिखाया की मृत्यु जीवन की अंतिम सच्चाई है- किन्तु अंतिम सांस तक प्राणी इस सच्चाई को जान ही नहीं पाता और अपनी ही उधेड़ बुन में लगा रहता है। काम, क्रोध, लोभ, मोह के वश में होकर वह जीवन के अर्थ को ही एक प्रकार से भूला बैठता है।
आखिर में एक ही बात समझ आई की हमारे जीवन में घटने वाली हर घटना पहले से सुनिश्चित है …जीवन में कोई भी चीज़ अकारण नहीं होती -हर घटना का कोई ना कोई कारण जरूर होता है …अच्छा या बुरा …ये केवल समय के गर्भ में छिपा है …!
बाकी कल ,खतरा अभी टला नहीं है ,दो गई की दूरी और मास्क ? है जरूरी ….सावधान रहिये -सतर्क रहिये -निस्वार्थ नेक कर्म कीजिये -अपने इष्ट -सतगुरु को अपने आप को समर्पित कर दीजिये ….!
?सुप्रभात ?
आपका दिन शुभ हो
विकास शर्मा'”शिवाया”
?जयपुर -राजस्थान ?