जीवन की परेशानियाँ ! कैसे हल निकाले ?
हम अक्सर दूसरो को कोसते है अपने जीवन में होने वाली गलत चीजों के लिए। कभी अपने माँ बाप को , तो कभी भाई बहन को ,तो कभी दोस्तों को, और जब कुछ नहीं मिलता तो भगवान् को कोसने लगते है। क्या यह सही है ?
मेरा एक दोस्त है कुछ महीने पहले उससे मै मिला तो वो दुखी था , तो मैंने पूछा क्या हुआ। तो उसका जवाब था की कुछ भी ठीक नहीं चल रहा जीवन में। भगवान् से बहुत सारी शिकायत है। वो कभी भी मेरा साथ नहीं देते। हमेशा किसी न किसी परेशानी में डाल देते है। जब कभी कोई रास्ता निकलता भी है मुसीबत से बाहर निकलने का तो वो काम भी होते होते रुक जाता है। उसका इशारा था उसके जीवन में पैसो की कमी से होने वाली मुसीबत या फिर जो कर्ज जिसे वो जल्दी से जल्दी चुकाना चाहता था उसके लिए रास्ता नहीं मिल रहा था।
उसकी सभी बात सुनने के बाद मैंने उसे जवाब दिया की देखो भगवान् को तो न मैंने देखा है और न ही तुमने देखा है फिर भी अपनी हर मुसीबत का जिम्मेदार उसे ठहरा देते है। अगर आप ये मान लो की सभी परेशानी की जड़ मै हूँ या फिर मेरे ही कारण ये परेशानी है तब आप उसका हल निकालने के बारे में सोचते हो और कोसना छोड़ देते हो।
मेरे हिसाब से जीवन में दो तरीके की परेशानी होती है। पहली पैसो की कमी से होने वाली परेशानी। जैसे की कर्ज में डूबना , अपनी इच्छा के अनुसार किसी चीज को न खरीद पाना या फिर कह सकते है की खाने पर भी आफत आ जाना। ये सब पैसो की कमी से होती है। दूसरी परेशानी होती जो पैसो की वजह से नहीं हमारी गलत हड़कतो की वजह से आती है। जैसे की नशा करना ,चोरी करना या फिर वो सारी हड़कत जो की जुर्म है।
अगर बात की जाये पहली तरह की परेशानी का तो इसका इलाज है। पैसे की कमी है तो पूरा परिवार मिल के साथ दे सकता है। सभी काम कर सकते है , दिन रात एक कर सकते है महनत कर के पैसे कमा सकते है और ये वाली परेशनी जीवन में कुछ समय के लिए रह जाएगी , या तो कुछ महीनो के लिए या फिर कुछ सालो के लिए। लेकिन ऐसा करने से परेशनी दूर जरूर हो जाएगी जब सभी का सहयोग मिलेगा। इस परेशानी में कोई रिश्तेदार या दोस्त या कोई भी पैसे की मदद कर सकता है जो मदद करने लायक है। मेरा बस इतना कहना है इस परेशानी को बांटा जा सकता है अपने करीबी लोगो के साथ और कोई न कोई हल निकल ही जाता है।
अब बात करते है दूसरी तरह की परेशानी की जिसे जुर्म भी कहा जा सकता है। इस परेशानी का हल निकलने में बहुत समय लग जाता है और इसकी सजा भी खुद को भुगतनी पड़ती है। इस परेशानी को कोई और साझा नहीं कर सकता है आपसे। य भी होता है की पैसो की परेशानी को ख़तम करने के लिए ही ये रास्ता अपनाया। दलील आप कुछ भी दो लेकिन इसमें जो भी भुगतना होता है वो आपको ही भुगतना होता है।
परेशानियां जीवन में आती ही है हमें मजबूत बनाने के लिए। जिसने जीवन के कम उम्र में अगर ज्यादा परेशानियां देख ली है तो उसका कुछ बड़ा बनने या फिर बड़ा करने की संभावना ज्यादा होती है। ऐसे लोग जो समस्या को पहाड़ नहीं बनाते और और हमेशा हल निकालने में परेशां रहते है ऐसे लोग बहुत अच्छा करते है जीवन में।
मुसीबत जब भी आये जीवन में तो इतना जरूर याद रखे की ये एक बुरा वक़्त है जो की बीत जायेगा क्युकी समय कभी किसी के लिए नहीं रुकता तो वो आपकी मुसीबत के लिए क्यों रुकेगा। वो आपकी मुसीबत के समय को समय खुद ही ख़तम कर देगा। बस जरुरत है तो निरंतर बेहतर की स्तिथि में जाने के लिए प्रयास करना। बस यही हम सभी के हाथ में है और हम ऐसा कर सकते है।