जीवन का मूल स्रोत वर्तमान में है और हम अतीत और भविष्य में खो
जीवन का मूल स्रोत वर्तमान में है और हम अतीत और भविष्य में खोए हुए हैं। हमें और गहराई में जाने की जरूरत है।
~ रविकेश झा
जीवन का मूल स्रोत वर्तमान में है और हम अतीत और भविष्य में खोए हुए हैं। हमें और गहराई में जाने की जरूरत है।
~ रविकेश झा