जीवन आपका है, सचेत भी आपको रहना होगा – आनंदश्री
जीवन आपका है, सचेत भी आपको रहना होगा – आनंदश्री
-सतर्कता भी दवाई है
माँ की कोख से लेकर, समझ मिलने तक, और जीवन अंत तक सिर्फ आप अपने साथ रहोगे। आप ही अपने साथ इन दुनिया मे, इस दुनिया के पार रहोगे। समझदारी आपकी, जीवन आपका, निर्णय आपका, सचेत भी आपका।
इस महामारी के दौर में आपके जीने की संभावना उतनी बढ़ जाती है कि आप कितना सचेत हो। आपकी सतर्कता आपको बचा सकती है। नया जीवन प्रदान कर सकती है।
जीवन को जीवंतता से देखे। बढते हुए, फलते हुए, फूलते हुए देखे।सतर्क रहें। सचेत रहे। मास्क, सैनिटाइजर, साफसफाई, वैक्सिंग के साथ साथ सचेत भी रहे।
प्रोफ डॉ दिनेश गुप्ता- आध्यात्मिक व्याख्याता एवं माइन्डसेट गुरु
मुम्बई