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4 Aug 2023 · 1 min read

जिस बस्ती मेंआग लगी है

जिस बस्ती मेंआग लगी है
पानी पानी है
प्रेमनगर में
बस नफरत है
और बेईमानी है

भीड़ तो है
हर एक घर में
कौन कहानी कहता है
मरघट सा सन्नाटा लेकर
बुढ़िया नानी है

धन के मुख को
काला करके
कैद किया बेईमानों ने
लेकर भूख गरीबी
अब तो राजा रानी है

मानवता है
एक भिखारी
हैवानों की गलियों में
इंसानो का रूप किताबी
एक कहानी है

शर्म भी अब
बेशर्म हुआ
जल्लादों की आ जद में
सुन्दर परदों में भी नंगा
अब स्वाभिमानी है

Language: Hindi
1 Like · 1038 Views
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