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22 Dec 2023 · 1 min read

जिस प्रकार लोहे को सांचे में ढालने पर उसका आकार बदल जाता ह

जिस प्रकार लोहे को सांचे में ढालने पर उसका आकार बदल जाता है ! मनुष्य का स्वभाव भी ठीक उसी की भांति है, जिस भी मत, विचार या परिस्थिति के अनुसार उसका बौद्धिक विकास होता है वह उसी के अनुरूप ढल जाता है

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