जिस दिन
जिस दिन वे सभी अधिकार नैतिकता के आधार पर इस देश के स्त्रियों को भी मिल जाएंगे जो तमाम तरह के अधिकार पुरुषों को मिले हुवे हैं, इस समाज द्वारा, इस व्यवस्था द्वारा- उस दिन देश नया इतिहास बना रहा होगा, नई विधाओं का निर्माण होगा, नए उपनिषद लिखे जाएंगे, नया भारत बन रहा होगा, उस दिन सच में सब नया होगा।
✍️Brijpal Singh