Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
24 Nov 2023 · 1 min read

जिस दिन आप कैसी मृत्यु हो तय कर लेते है उसी दिन आपका जीवन और

जिस दिन आप कैसी मृत्यु हो तय कर लेते है उसी दिन आपका जीवन और जीवनकर्म निश्चित हो जाता है। फिर आप अथक पथिक तक चलते रहे मृत्युतक। सोचिए दधीच, अभिमन्यु, कर्ण, राम, गुरु तेग बहादुर आदि जैसे पूर्वजों को। जय हिंद

2 Likes · 1 Comment · 270 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
मूक संवेदना🙏
मूक संवेदना🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
संगठन
संगठन
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
जीवन चक्र
जीवन चक्र
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
खुद को खोल कर रखने की आदत है ।
खुद को खोल कर रखने की आदत है ।
Ashwini sharma
धर्म निरपेक्षी गिद्ध
धर्म निरपेक्षी गिद्ध
AJAY AMITABH SUMAN
बहुत गुनहगार हैं हम नजरों में
बहुत गुनहगार हैं हम नजरों में
VINOD CHAUHAN
ञ'पर क्या लिखूं
ञ'पर क्या लिखूं
Satish Srijan
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
बदमिजाज सी शाम हो चली है,
बदमिजाज सी शाम हो चली है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
सबला
सबला
Rajesh
राजनीतिक फायदे के लिए, तुम मुकदर्शक हो गये तो अनर्थ हो जाएगा
राजनीतिक फायदे के लिए, तुम मुकदर्शक हो गये तो अनर्थ हो जाएगा
नेताम आर सी
*पार्क (बाल कविता)*
*पार्क (बाल कविता)*
Ravi Prakash
4769.*पूर्णिका*
4769.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
*मेरे दिल में आ जाना*
*मेरे दिल में आ जाना*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
पता ना चला
पता ना चला
Dr. Kishan tandon kranti
inner voice!
inner voice!
कविता झा ‘गीत’
दिवाली का अभिप्राय है परस्पर मिलना, जुलना और मिष्ठान खाना ,प
दिवाली का अभिप्राय है परस्पर मिलना, जुलना और मिष्ठान खाना ,प
ओनिका सेतिया 'अनु '
खुशहाल ज़िंदगी की सबसे ज़रूरी क्रिया-
खुशहाल ज़िंदगी की सबसे ज़रूरी क्रिया-"शूक्रिया।"
*प्रणय*
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
किस्मत का खेल
किस्मत का खेल
manorath maharaj
लड़का पति बनने के लिए दहेज मांगता है चलो ठीक है
लड़का पति बनने के लिए दहेज मांगता है चलो ठीक है
शेखर सिंह
तारे बुझ गये फिर भी
तारे बुझ गये फिर भी
अर्चना मुकेश मेहता
सियासत जाती और धर्म की अच्छी नहीं लेकिन,
सियासत जाती और धर्म की अच्छी नहीं लेकिन,
Manoj Mahato
For a thought, you're eternity
For a thought, you're eternity
पूर्वार्थ
आपके शत्रु आपको क्रोध दिला सकते हैं
आपके शत्रु आपको क्रोध दिला सकते हैं
ruby kumari
अवसाद
अवसाद
Dr. Rajeev Jain
💐प्रेम कौतुक-563💐
💐प्रेम कौतुक-563💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
सब तो उधार का
सब तो उधार का
Jitendra kumar
हम किसी का वाह्य स्वरूप ही देख पाते...
हम किसी का वाह्य स्वरूप ही देख पाते...
Ajit Kumar "Karn"
प्यारे बच्चे
प्यारे बच्चे
Pratibha Pandey
Loading...