जिस तरह मनुष्य केवल आम के फल से संतुष्ट नहीं होता, टहनियां भ
जिस तरह मनुष्य केवल आम के फल से संतुष्ट नहीं होता, टहनियां भी काटता है, पत्ते, डंठल, सूखी और हरी भरी डालियां भी काटता है, बस जरूरत हो। मनुष्य की अपनी प्रकृति हैं, अब आप आम बन गए तो वो क्या करे।