जियो हजारों साल
तुमसे ही ये साज है,तुमसे ही ये ताल।
तुमसे हर अरमान है, तुमसे मैं खुशहाल।।
तुमसे मैं खुशहाल, रहो तुम भी खुश ऐसे।
फूलों सी मुस्कान,चमक हो चन्दा जैसे।।
करो हमारा नाम, उठो तुम ऊँचा हमसे।
जियो हजारों साल, कहूँ मैं हरदम तुमसे।।
जटाशंकर”जटा”
०१-०२-२०२१