#जियोअपनेसपने “मां का सपना” #100 शब्दों की कहानी#
पति की मृत्यु जल्दी हो जाने के कारण टूट ही गई अनुभा, बेटे-बेटी की जिम्मेदारी भी अब उस पर आ गई । परिवार की सबसे छोटी बहु थी, पर सभी रिश्तों को बखुबी निभाते हुए सबके साथ चली, जिसका परिणाम यह हुआ कि समय के प्रवाह के साथ बच्चे पल भी गए, वे उच्च शिक्षा पूर्णकर योग्यतानुसार नौकरी करते हुए विवाहित हो बाहर ही बस गए ।
बच्चे मां को रहने बुलाते,अनुभा ने सोचा, मेरी जिम्मेदारियां तो पूर्ण हुई, मै अब अनाथ बच्चों को पढ़ा ही सकती हूं, इतने में बच्चे मिलने आए, मां से कहा #जियो अपने सपने।