जिन्दगी के राहों मे
जिन्दगी के राहों मे
कई दोस्त ऐसे मिले
बिछाकर मेरे राहों में
कंटीले बार
मुझे चीखते -चिल्लाते देख
वें मजा लेने लगे।
बनकर दोस्त वो मेरे
दुश्मनी निभाने लगे।
~अनामिका
जिन्दगी के राहों मे
कई दोस्त ऐसे मिले
बिछाकर मेरे राहों में
कंटीले बार
मुझे चीखते -चिल्लाते देख
वें मजा लेने लगे।
बनकर दोस्त वो मेरे
दुश्मनी निभाने लगे।
~अनामिका