जिन्दगी और चाहत
दोस्त कहलाने वाले तो
कई मिले जिन्दगी में,
दोस्ती निभाने वाला
कोई नही मिला।
थे तो हम चारो तरफ से
लोगो से घिरे हुए दर्द में,
पर दर्द बाँटने वाला उसमें
एक भी हमदर्द नही मिला।
जिन्दगी मे अपनेपन का
दिखवा करने वाले तो
हमें कई मिले गए,
पर अपनत्व वाला प्यार
किसी से न मिला।
यह जिन्दगी देने के लिए
बहुत कुछ देती जाती है,
पर हम जो चाहते है
वह हरदम कहा मिला।
~अनामिका