जिनको समझा मीत था, गये राह में छोड़ (दोहा गीत)
जिनको समझा मीत था, गये राह में छोड़
सोचा था हमने नहीं, आएगा ये मोड़
वादे बड़े बड़े किये, बाँधी दिल में आस
धीरे धीरे बन गये, थे वो कितने खास
मगर उन्होंने दिल दिया, जरा बात पर तोड़
सोचा था हमने नहीं, आएगा ये मोड़
पकड़ी नेह की डोर थी, हमने आंखें मींच
मगर उन्होंने तोड़ दी, वही अहम से खींच
जोड़ेंगे भी अब अगर, आ जायेगा जोड़
सोचा था हमने नहीं, आएगा ये मोड़
दिल में की थी प्रीत की, शुरू उन्होंने रीत
और हमारी जीत को, मानी अपनी जीत
आज हराने की यहां ,मची हुई है होड़
सोचा था हमने नहीं, आएगा ये मोड़
17-01-2019
डॉ अर्चना गुप्ता
मुरादाबाद