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14 Jan 2024 · 1 min read

जितने श्री राम हमारे हैं उतने श्री राम तुम्हारे हैं।

जितने श्री राम हमारे हैं उतने श्री राम तुम्हारे हैं।
वे राष्ट्र पुरुष भारत के हैं वे मेरे नहीं हमारे हैं।।
जो अभी राम का नहीं हुआ वो कभी राम का नहीं हुआ।
सबके प्राणों में राम बसे हम सभी राम के प्यारे हैं।।
आओ सारे भारतवासी मिल करें राम की पहुनाई।
सोया भारत फिर जाग रहा ले रहा सनातन अंगड़ाई।।
🌹जय श्री राम🌹

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