जितना प्यार करोगे उनसे
जितना प्यार करोगे उनसे, उतना ही तुम टूटोगे।
उसमें तो रम जाओगे, लेकिन ख़ुद से तुम छूटोगे।
जितना प्यार करोगे उनसे….
कुछ दीवाने प्रेम के मद में, गिरके आज निढ़ाल हुए
कुछ दीवाने प्रेम की धुन में, दौलत से कंगाल हुए।
क्या थे, अब क्या हाल तुम्हारा, ख़ुद में ख़ुद को ढूंढोगे
उसमें तो रम जाओगे, लेकिन ख़ुद से तुम छूटोगे।
जितना प्यार करोगे उनसे….
कुछ प्रेमी तो प्रेम धरा पर, पागल बन के बैठे हैं
कुछ प्रेमी भी इसी धरा पे, घायल होके लेटे हैं।
प्रेम की नगरी दर्द की नगरी, चैन कहां से लूटोगे?
उसमें तो रम जाओगे, लेकिन ख़ुद से तुम छूटोगे।
जितना प्यार करोगे उनसे….
प्यारा है गर दर्द तुझे तो, प्रेम किसी से कर लेना
उस से पहले जी ले तू, फिर बार-बार तू मर लेना।
रोज़ जलोगे, रोज़ बुझोगे, रोज़-रोज़ तुम फूटागे
उसमें तो रम जाओगे, लेकिन ख़ुद से तुम छूटोगे।
जितना प्यार करोगे उनसे, उतना ही तुम टूटोगे।
उसमें तो रम जाओगे, लेकिन ख़ुद से तुम छूटोगे।