*जिंदादिल कहलाओ( गीत)*
जिंदादिल कहलाओ( गीत)
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इंतजार मत करो मौत का ,जिंदादिल कहलाओ
(1)
माना घर के दरवाजे पर ,यम ने डाला डेरा
रोज लग रहा कल से ज्यों होगा सर्वत्र अँधेरा
जब तक अंतिम साँस ,आस का मन में दीप जलाओ
(2)
डरते – डरते काँप -काँप कर ,जीना भी क्या जीना
विष चखने को मिले या अमृत ,हँसकर अच्छा पीना
पल – दो पल का भी यदि जीवन , तो उसमें मुस्काओ
(3)
थक जाएगी मौत सड़क पर ,तुमको तकते- तकते
जीवित बचते हैं वह केवल ,रण में कभी न थकते
साहस संयम हर्ष निडरता ,निज हथियार बनाओ
इंतजार मत करो मौत का , जिंदादिल कहलाओ
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रचयिता : रवि प्रकाश ,बाजार सर्राफा
रामपुर (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 99 97 61 5451