जिंदगी महत्वपूर्ण है।
मनुष्य की जिन्दगी बहुत महत्वपूर्ण होती है , उससे भी महत्वपूर्ण होता है ।उसे आप किस नजारिये से देख रहें हों? आप अपनी जिंदगी को कितना समझ पाये हो।अगर नहीं समझ पाते! तो फिर मनुष्य बन कर जीना! एक प्रशन चिन्ह बन जायेगा।एक ओर अहम पहलू है ! कि आप जिन्दगी में कितना सीख पाये हो । क्योंकि जिन्दगी ऐसे ही नहीं चलती है। जिंदगी में बहुत कुछ सीखने को मिलता है और हम कितने जल्दी सीख सकते हैं।उतने जल्दी सीख लेना चाहिए। नहीं तो समय निकल जायेगा फिर आप उतनी तेजी से आगे नहीं बढ़ पायेंगे? इसलिए जिंदगी को हमेशा गंभीर होकर जीना चाहिए। जिंदगी में कभी गलती तो हो सकती है। पर ? उसे सीखने की कसौटी पर लेना चाहिए।न कि उसे दुबारा दोहराना नहीं चाहिए।आपको साथ में बहुत सारे लोग मिलेंगे पर उनका साथ कैसे? निभाना है यह तुम्हारी सोच पर निर्भर है।आप की सोच को हमेशा बड़ी बना कर जीना चाहिए।आप अपने आप को कभी छोटा न समझे।जब आप कोई बड़ा और अच्छा काम करना चाहते हैं।तब आपको बहुत सारी कठिनाईयों से गुजरना पड़ सकता है।पर ! आप घबराये नहीं । धैर्य से काम लेना भी एक समझदारी है।आपको अपनी जिंदगी को साध कर जीना चाहिए।तो आपको जिन्दगी जीने में मजा आयेगा । आपकों हमेशा प्रशन बन कर जीना है? फिर देखना जिंदगी की परिभाषा समझ में आ जायेगी।