ट्विन फ्लेम्स,सोलमेट्स, कार्मिक : तंत्र की आड़ में पनपता हुआ नया धंधा (Twin Flames, Soulmates, Karmics: A new Business Flourishing under the Guise of Tantra)
परीक्षा
डॉ राजेंद्र सिंह स्वच्छंद
बहारों के मौसम में तेरा साथ निभाने चला हूं
बनारस की धारों में बसी एक ख़ुशबू है,
तू अपनी खूबियां ढूंढ ....कमियां निकालने के लिए लोग हैं |
रहो तुम स्वस्थ्य जीवन भर, सफलता चूमले तुझको,
प्रेम पगडंडी कंटीली फिर जीवन कलरव है।
#पथकर
वेदप्रकाश लाम्बा लाम्बा जी
उस साधु को फिर देखने मैं जो गई - मीनाक्षी मासूम
कर तो रहे हैं वो ,और दे रहे हैं ,
आजमाती है ज़िन्दगी तो, इम्तिहान कड़े होते हैं।
गीत- कोई रोया हँसा कोई...
ज़िंदगी मेरी दर्द की सुनामी बनकर उभरी है
ॐ
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)