जिंदगी फिर शूल से ज्यादा सितम करने लगी
दो दिलों के बीच में जब दूरियांँ बढ़ने लगी।
जिंदगी फिर शूल से ज्यादा सितम करने लगी।
हो गया है बंद यदि संवाद कटुता वैर से-
बढ़ चला मतभेद रिश्तों में खलल पड़ने लगी।
(स्वरचित मौलिक)
#सन्तोष_कुमार_विश्वकर्मा_सूर्य
तुर्कपट्टी, देवरिया, (उ.प्र.)
☎️7379598464