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26 Aug 2021 · 1 min read

जिंदगी खेत से

खेत से बा हँसी आ खुशी खेत से
हम किसानन के बा जिंदगी खेत से

खेत मंदिर हवे आ विधाता इहे
सबके माता इहे अन्नदाता इहे
दूर हो जाला हर बेबसी खेत से-
हम किसानन के बा जिंदगी खेत से

पुन्य के काम हऽ खेती-बारी कइल
अन्न खा के जिये चाहें केहू भइल
आदमी बनि गइल आदमी खेत से-
हम किसानन के बा जिंदगी खेत से

– आकाश महेशपुरी
दिनांक- 15/11/2005

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