जिंदगी के रंग
जिंदगी मिली,
अमानत खुदा से
रंगों इसे।
गम झमेले,
नहीं पालना कभी
मस्त रहना।
चोट गहरी,
खुद सहना होगा
अपनों का ही।
दिल तोड़ेंगे,
खुदा बन दिल के,
रोना पड़ेगा।
रंग पराये,
उड़ा देंगे सपने
तेरे अपने।
दुख घड़ी में,
कभी होंगे पराये
संबल तेरे।
गम औ खुशी,
जिंदगी के पहलू
संभल जरा।
रचना करो,
गम का आसमान
सतरंगों से भरा।