जिंदगी के तूफानों में हर पल चिराग लिए फिरता हूॅ॑
जिंदगी के तूफानों में हर पल चिराग लिए फिरता हूॅ॑
टूटे हुए सपनों में भी मैं सुनहरे ख्वाब लिए फिरता हूॅ॑
मेरी फितरत बुरी होगी मगर मेरी तहजीब तो देखो
वो नज़र बचाते हैं तो क्या मैं आदाब लिए फिरता हूॅ॑
जिंदगी के तूफानों में हर पल चिराग लिए फिरता हूॅ॑
टूटे हुए सपनों में भी मैं सुनहरे ख्वाब लिए फिरता हूॅ॑
मेरी फितरत बुरी होगी मगर मेरी तहजीब तो देखो
वो नज़र बचाते हैं तो क्या मैं आदाब लिए फिरता हूॅ॑