जिंदगी एक जंग ए मैदान
जिंदगी एक जंग का मैदान बन गया ,
जहां हर रोज एक दुश्मन से सामना ,
करना हमारी नियति बन गया है।
बस लड़ते मरते रहो तमाम उम्र ,
नहीं है क्षणिक सुख का भी ठिकाना ।
जिंदगी एक जंग का मैदान बन गया ,
जहां हर रोज एक दुश्मन से सामना ,
करना हमारी नियति बन गया है।
बस लड़ते मरते रहो तमाम उम्र ,
नहीं है क्षणिक सुख का भी ठिकाना ।