Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
10 Dec 2021 · 1 min read

जाल इसे कहते सब हैं (सवैया)

जाल इसे कहते सब हैं इसने इस जीवन को उलझाया,
प्रीत भरा इक गाँव बसा इसने हर रोज हमें तड़पाया,
जीव भला वह कौन जिसे इसने वश में कर के न रुलाया,
नाच नचाय रही जग को हमको तुमको सबको यह माया।

– आकाश महेशपुरी
दिनांक- 09/12/2021

Language: Hindi
623 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

स्वप्न
स्वप्न
NAVNEET SINGH
अंताक्षरी पिरामिड तुक्तक
अंताक्षरी पिरामिड तुक्तक
Subhash Singhai
4. गुलिस्तान
4. गुलिस्तान
Rajeev Dutta
बच्चे पढ़े-लिखे आज के , माँग रहे रोजगार ।
बच्चे पढ़े-लिखे आज के , माँग रहे रोजगार ।
Anil chobisa
बचपन
बचपन
डॉ राजेंद्र सिंह स्वच्छंद
,,
,,
Sonit Parjapati
लायर विग
लायर विग
AJAY AMITABH SUMAN
शीर्षक - शिव पार्वती
शीर्षक - शिव पार्वती
Neeraj Agarwal
सूनी आंखों से भी सपने तो देख लेता है।
सूनी आंखों से भी सपने तो देख लेता है।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
सोचा होगा
सोचा होगा
संजय कुमार संजू
"कभी"
Dr. Kishan tandon kranti
निश्चल प्रेम
निश्चल प्रेम
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
सादगी तो हमारी जरा……देखिए
सादगी तो हमारी जरा……देखिए
shabina. Naaz
कभी-कभी इंसान थोड़ा मख़मूर हो जाता है!
कभी-कभी इंसान थोड़ा मख़मूर हो जाता है!
Ajit Kumar "Karn"
पति पत्नी संवाद (हास्य कविता)
पति पत्नी संवाद (हास्य कविता)
vivek saxena
चेन की नींद
चेन की नींद
Vibha Jain
चारों तरफ मीडिया की फौज, बेकाबू तमाशबीनों की भीड़ और हो-हल्ले
चारों तरफ मीडिया की फौज, बेकाबू तमाशबीनों की भीड़ और हो-हल्ले
*प्रणय*
अच्छा होगा
अच्छा होगा
Madhuyanka Raj
Whenever Things Got Rough, Instinct Led Me To Head Home.
Whenever Things Got Rough, Instinct Led Me To Head Home.
Manisha Manjari
कैसा होगा मेरा भविष्य मत पूछो यह मुझसे
कैसा होगा मेरा भविष्य मत पूछो यह मुझसे
gurudeenverma198
थी हरारत बस बदन को ,.....
थी हरारत बस बदन को ,.....
sushil yadav
मर्यादा, संघर्ष और ईमानदारी,
मर्यादा, संघर्ष और ईमानदारी,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
भारती-विश्व-भारती
भारती-विश्व-भारती
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
तू कैसा रिपुसूदन
तू कैसा रिपुसूदन
महेश चन्द्र त्रिपाठी
सावन भादों
सावन भादों
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
इतनी ज़ुबाॅ को
इतनी ज़ुबाॅ को
Dr fauzia Naseem shad
अभिनव छंद
अभिनव छंद
Rambali Mishra
4026.💐 *पूर्णिका* 💐
4026.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
मन मसोस
मन मसोस
विनोद सिल्ला
स्तुति - गणपति
स्तुति - गणपति
DR ARUN KUMAR SHASTRI
Loading...