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15 Jan 2024 · 1 min read

जाने के बाद …..लघु रचना

जाने के बाद … लघु रचना

गुज़र गयी
एक आंधी
तुम्हारे स्पर्शों की
मेरी देह की ख़ामोश राहों से
समेटती हूँ
आज तक
मोहब्बत की चादर पर
वो बिखरे हुए लम्हे
तुम्हारे
जाने के बाद
आज तक

सुशील सरना/15-1-24

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