जाति और राजनीति
!! जाति पर राजनीति और खत्म होती इंसानियत !!
आज जाति पर राजनीति होती है और इंसानियत खत्म होती है,
आज के दौर में निम्न जाति के उच्चतम अधिकारी से निम्न मजदूर(उच्च जाति का) भी अपने को उच्च समझता है,
क्या जाति ही सब कुछ है,
जातिवाद छोड़कर थोड़ा पढ़ लिए होते उच्च अधिकारी होते …
धर्म और जाति पर राजनीति कर सियासते चलती है…..
कोई तो बताए इससे नेताओं के अलावा किस के घर चले हैं ….
जाति के कॉलर को ऊपर कर इंसानियत को भूल गए हो,
निम्न जाति का व्यक्ति भी वही इंसान है जो तुम हो…
पहले तुम उसकी जाति से जलते हो,
जब वह तुम्हारी प्रताड़नाओ से जलकर,
अपने को कुछ काबिल बना लेता है…
तो फिर तुम उसकी काबिलियत से जलते हो…
जाति राजनीति में ना पड़ो हिंदुस्तानी बनो
जय हिंदुस्तान
जय भारत माता की
उमेंद्र कुमार