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13 Sep 2023 · 1 min read

जागृत मन

छोटे मन से बड़ा काम, न होएगा।
गधा कभी घोड़े सा भार न ढोएगा ।।
मन जागे से जगा समझ, तन जागे क्या होएगा।
घंटो तक बकवास करेगा, खायेगा और सोएगा।।
अगर जगाया मन को तुमने, तन तो कार्य करेगा ही।
न देश, समाज, परिवार की खातिर, अपने लिए मरेगा ही।।

जय हिंद

Language: Hindi
1 Like · 1 Comment · 114 Views
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