*जागा फिर हिंदुत्व है (कुंडलिया)*
जागा फिर हिंदुत्व है (कुंडलिया)
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जागा फिर हिंदुत्व है, महाराष्ट्र का सार
बालासाहब का मिशन, हिंदू-हित का ज्वार
हिंदू-हित का ज्वार, शेर फिर आज दहाड़ा
तुष्टीकरण न शेष, देश का झंडा गाड़ा
कहते रवि कविराय, न टूटे फिर यह धागा
आत्मबोध-सम्मान, आज हृदयों में जागा
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रचयिता : रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 99976 15451