Sahityapedia
Login
Create Account
Home
Search
Dashboard
0
Notifications
Settings
Santosh Shrivastava
31 Followers
Follow
Report this post
3 Jan 2024 · 1 min read
ज़िन्दगी,
ज़िन्दगी,
सब एक सफर है
जहाँ विराम लग जाये
वहीं ज़िन्दगी खत्म
Tag:
Quote Writer
Like
Share
1 Like
· 236 Views
Share
Facebook
Twitter
WhatsApp
Copy link to share
Copy
Link copied!
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Join Sahityapedia on Whatsapp
You may also like:
जनता
Sanjay ' शून्य'
तुम घर से मत निकलना - दीपक नीलपदम्
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
3991.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
हिंदी दिवस
Akash Yadav
मुक्तक
डॉक्टर रागिनी
बुंदेली दोहा प्रतियोगिता -171
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
मां🙇🥺❤️
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
श्री कृष्ण जन्माष्टमी की आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएं।
Ravikesh Jha
*रक्षाबंधन का अर्थ यही, हर नारी बहन हमारी है (राधेश्यामी छंद
Ravi Prakash
जाओ हम पूरी आजादी दे दिये तुम्हें मुझे तड़पाने की,
Dr. Man Mohan Krishna
चुनाव
Lakhan Yadav
जेठ की दुपहरी में
Shweta Soni
हम क्रान्ति तो ला चुके हैं कई बार
gurudeenverma198
" मेरा गाँव"
Dr. Kishan tandon kranti
दोहे
अशोक कुमार ढोरिया
गांव गली के कीचड़, मिट्टी, बालू, पानी, धूल के।
सत्य कुमार प्रेमी
मेरा वतन
Pushpa Tiwari
शोर, शोर और सिर्फ़ शोर, जहाँ देखो वहीं बस शोर ही शोर है, जहा
पूर्वार्थ
हमारे तुम्हारे चाहत में, बस यही फर्क है।
Anand Kumar
राह
Neeraj Mishra " नीर "
एहसास
Kanchan Khanna
वनिता
Satish Srijan
गजल
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
ब्यूटी विद ब्रेन
Shekhar Chandra Mitra
तेरे दिल की हर बात जुबां से सुनाता में रहा ।
Phool gufran
यदि आपका चरित्र और कर्म श्रेष्ठ हैं, तो भविष्य आपका गुलाम हो
Lokesh Sharma
तुम्हारा दिल ही तुम्हे आईना दिखा देगा
VINOD CHAUHAN
*ऐसा स्वदेश है मेरा*
Harminder Kaur
चंचल मन
उमेश बैरवा
👍
*प्रणय*
Loading...