Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
15 Mar 2022 · 1 min read

ज़िन्दगी याद का

कोई बाक़ी निशां नहीं होगा ।
ज़िन्दगी याद का खंडर होगी ।।

डाॅ फौज़िया नसीम शाद

Language: Hindi
Tag: शेर
9 Likes · 162 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr fauzia Naseem shad
View all
You may also like:
"मिलते है एक अजनबी बनकर"
Lohit Tamta
पहचान
पहचान
Dr.Priya Soni Khare
आत्म विश्लेषण
आत्म विश्लेषण
Bindesh kumar jha
*मैंने देखा है * ( 18 of 25 )
*मैंने देखा है * ( 18 of 25 )
Kshma Urmila
"मोहब्बत की जिन्दगी"
Dr. Kishan tandon kranti
दुनिया में हज़ारों हैं , इन्सान फ़रिश्तों  से  ,
दुनिया में हज़ारों हैं , इन्सान फ़रिश्तों से ,
Neelofar Khan
कैमरे से चेहरे का छवि (image) बनाने मे,
कैमरे से चेहरे का छवि (image) बनाने मे,
Lakhan Yadav
तुम मुझे यूँ ही याद रखना
तुम मुझे यूँ ही याद रखना
Bhupendra Rawat
सत्य असत्य से हारा नहीं है
सत्य असत्य से हारा नहीं है
Dr fauzia Naseem shad
सब गुजर जाता है
सब गुजर जाता है
shabina. Naaz
आज हमारी बातें भले कानों में ना रेंगे !
आज हमारी बातें भले कानों में ना रेंगे !
DrLakshman Jha Parimal
कमला हैरिस ज़िंदाबाद
कमला हैरिस ज़िंदाबाद
*प्रणय*
आखिर क्यूं?
आखिर क्यूं?
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
किसी ने आंखें बंद की,
किसी ने आंखें बंद की,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
क्षणिका :
क्षणिका :
sushil sarna
स्वागत बा श्री मान
स्वागत बा श्री मान
आकाश महेशपुरी
130 किताबें महिलाओं के नाम
130 किताबें महिलाओं के नाम
अरशद रसूल बदायूंनी
दिल की आवाज़
दिल की आवाज़
Dipak Kumar "Girja"
Preschool Franchise
Preschool Franchise
Alphabetz
कुरीतियों पर प्रहार!
कुरीतियों पर प्रहार!
Harminder Kaur
अच्छी तरह मैं होश में हूँ
अच्छी तरह मैं होश में हूँ
gurudeenverma198
क्या कहता है ये मौन ?
क्या कहता है ये मौन ?
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
गर्मी बहुत पड़ी है तो जाड़े भी आएगें
गर्मी बहुत पड़ी है तो जाड़े भी आएगें
Dr. Sunita Singh
हम बैठे हैं
हम बैठे हैं
हिमांशु Kulshrestha
है तो है
है तो है
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
*सेवा सबकी ही करी, माँ ने जब तक जान (कुंडलिया)*
*सेवा सबकी ही करी, माँ ने जब तक जान (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
*नववर्ष*
*नववर्ष*
Dr. Priya Gupta
"जरूरतों में कम अय्याशियों में ज्यादा खर्च कर रहे हैं ll
पूर्वार्थ
बसपन में सोचते थे
बसपन में सोचते थे
Ishwar
चन्द्रमा
चन्द्रमा
Dinesh Kumar Gangwar
Loading...