ज़िन्दगी एक सफ़र
ज़िन्दगी के सफ़र में बहुत कुछ आयाम होते हैं।
कहीं अहसास के पन्ने, लिए पैग़ाम होते हैं।।
तैरना जानते मानव, वही, भव से निकल पाते,
कर्म कारण विभाओ में,लिखे अंजाम होते हैं।।
ज़िन्दगी के सफ़र में बहुत कुछ आयाम होते हैं।
कहीं अहसास के पन्ने, लिए पैग़ाम होते हैं।।
तैरना जानते मानव, वही, भव से निकल पाते,
कर्म कारण विभाओ में,लिखे अंजाम होते हैं।।