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11 Sep 2024 · 1 min read

ज़िंदा होना ही काफी नहीं ,

ज़िंदा होना ही काफी नहीं ,
ज़िंदगी भी हो ज़िंदगी की तरह।
डाॅ फ़ौज़िया नसीम शाद

1 Like · 17 Views
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