ज़िंदगी
इस दर्द भरी दुनिया में गुम है हर कोई
किस पल जागी ज़िन्दगी और किस पल जा सोई
वक़्त कहा है किसी के पास जो एक पल भी गवा दे
किसी के रोत्ते हुए चेहरे को फिर से हँसा दे
कहते है सब की इंतज़ार करना हम फिर मिलेंगे
कुछ बातो पर रोयेंगे और कुछ बातो पर फिर हसेंगे
पर न जाने ये ज़िन्दगी हमे कौन सा मोड़ दिखा जाये
न जाने मौत हमे कब गले लगा जाये
तो न छोडो अपने हर काम कल के भरोसे
जो है ये वक़्त आज है कल की कौन सोचे