Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
31 Mar 2022 · 1 min read

ज़िंदगी से निभा के बस चलिए

ज़िंदगी से निभा के बस चलिए ।
मौत देती निजात थोड़ी है ।।

डाॅ फौज़िया नसीम शाद

Language: Hindi
Tag: शेर
7 Likes · 118 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr fauzia Naseem shad
View all
You may also like:
हर कदम
हर कदम
surenderpal vaidya
वासुदेव
वासुदेव
Bodhisatva kastooriya
ठगी
ठगी
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
कारोबार
कारोबार
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
"सहारा"
Dr. Kishan tandon kranti
काम क्रोध मद लोभ के,
काम क्रोध मद लोभ के,
sushil sarna
ग़ज़ल _ तुम फ़ासले बढ़ाकर किसको दिखा रहे हो ।
ग़ज़ल _ तुम फ़ासले बढ़ाकर किसको दिखा रहे हो ।
Neelofar Khan
उसकी सुनाई हर कविता
उसकी सुनाई हर कविता
हिमांशु Kulshrestha
वेलेंटाइन डे आशिकों का नवरात्र है उनको सारे डे रोज, प्रपोज,च
वेलेंटाइन डे आशिकों का नवरात्र है उनको सारे डे रोज, प्रपोज,च
Rj Anand Prajapati
*चिड़िया और साइकिल (बाल कविता)*
*चिड़िया और साइकिल (बाल कविता)*
Ravi Prakash
Ghazal
Ghazal
shahab uddin shah kannauji
हर दिन एक नई शुरुआत हैं।
हर दिन एक नई शुरुआत हैं।
Sangeeta Beniwal
संवरना हमें भी आता है मगर,
संवरना हमें भी आता है मगर,
ओसमणी साहू 'ओश'
उद्देश और लक्ष्य की परिकल्पना मनुष्य स्वयं करता है और उस लक्
उद्देश और लक्ष्य की परिकल्पना मनुष्य स्वयं करता है और उस लक्
DrLakshman Jha Parimal
“Don't give up because of one bad chapter in your life.
“Don't give up because of one bad chapter in your life.
Neeraj kumar Soni
वफ़ा के ख़ज़ाने खोजने निकला था एक बेवफ़ा,
वफ़ा के ख़ज़ाने खोजने निकला था एक बेवफ़ा,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
मैं उनकी ज़फाएं सहे जा रहा हूॅं।
मैं उनकी ज़फाएं सहे जा रहा हूॅं।
सत्य कुमार प्रेमी
विचार और विचारधारा
विचार और विचारधारा
Shivkumar Bilagrami
कोई कितना बिख़र गया कैसे ,
कोई कितना बिख़र गया कैसे ,
Dr fauzia Naseem shad
Not a Choice, But a Struggle
Not a Choice, But a Struggle
पूर्वार्थ
🙅अजब-ग़ज़ब🙅
🙅अजब-ग़ज़ब🙅
*प्रणय*
मेरे प्रिय पवनपुत्र हनुमान
मेरे प्रिय पवनपुत्र हनुमान
Anamika Tiwari 'annpurna '
एक बेवफा का प्यार है आज भी दिल में मेरे
एक बेवफा का प्यार है आज भी दिल में मेरे
VINOD CHAUHAN
4194💐 *पूर्णिका* 💐
4194💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
मां की कलम से!!!
मां की कलम से!!!
Seema gupta,Alwar
मुस्कुराती  बेटियों पे गिर रही है बिजलियाँ
मुस्कुराती बेटियों पे गिर रही है बिजलियाँ
Jyoti Shrivastava(ज्योटी श्रीवास्तव)
सच्चे लोग सागर से गहरे व शांत होते हैं!
सच्चे लोग सागर से गहरे व शांत होते हैं!
Ajit Kumar "Karn"
जलियांवाला बाग
जलियांवाला बाग
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
दिवाली के दिन सुरन की सब्जी खाना क्यों अनिवार्य है? मेरे दाद
दिवाली के दिन सुरन की सब्जी खाना क्यों अनिवार्य है? मेरे दाद
Rituraj shivem verma
दिए की रोशनी
दिए की रोशनी
Saraswati Bajpai
Loading...