Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
31 Oct 2024 · 1 min read

ज़िंदगी से जितना हम डरते हैं,

ज़िंदगी से जितना हम डरते हैं,
वो उतना ही ज़्यादा डराती है।
उसके बहुत करीब जब आते हैं,
तो वह बड़े प्यार से सहलाती है।

…. अजित कर्ण ✍️

1 Like · 35 Views

You may also like these posts

रुको ज़रा मैं अपनी झुलफें तो संवार लूं,
रुको ज़रा मैं अपनी झुलफें तो संवार लूं,
Jyoti Roshni
भिखारी का कटोरा(कहानी)
भिखारी का कटोरा(कहानी)
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
प्रकृति
प्रकृति
Sûrëkhâ
हरियाली तीज
हरियाली तीज
Rambali Mishra
मैं कैसे कह दूँ कि खतावर नहीं हो तुम
मैं कैसे कह दूँ कि खतावर नहीं हो तुम
VINOD CHAUHAN
..
..
*प्रणय*
" माँ "
Dr. Kishan tandon kranti
कर्ण की पराजय
कर्ण की पराजय
Shashi Mahajan
❤️एक अबोध बालक ❤️
❤️एक अबोध बालक ❤️
DR ARUN KUMAR SHASTRI
गुलाब
गुलाब
लोकनाथ ताण्डेय ''मधुर''
जिंदगी का आखिरी सफर
जिंदगी का आखिरी सफर
ओनिका सेतिया 'अनु '
I've learned a lot this year. I learned that things don't al
I've learned a lot this year. I learned that things don't al
पूर्वार्थ
वह आवाज
वह आवाज
Otteri Selvakumar
जिन्हें देखना कभी जुनून था,
जिन्हें देखना कभी जुनून था,
हिमांशु Kulshrestha
जय हो भारत देश हमारे
जय हो भारत देश हमारे
Mukta Rashmi
मुतफ़र्रिक़ अश'आर*
मुतफ़र्रिक़ अश'आर*
Dr fauzia Naseem shad
जुदाई  की घड़ी लंबी  कटेंगे रात -दिन कैसे
जुदाई की घड़ी लंबी कटेंगे रात -दिन कैसे
Dr Archana Gupta
नववर्ष मात्र इतना करना।
नववर्ष मात्र इतना करना।
श्रीकृष्ण शुक्ल
2682.*पूर्णिका*
2682.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
*राम हमारे मन के अंदर, बसे हुए भगवान हैं (हिंदी गजल)*
*राम हमारे मन के अंदर, बसे हुए भगवान हैं (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
अन्याय हो रहा यहाॅं, घोर अन्याय...
अन्याय हो रहा यहाॅं, घोर अन्याय...
Ajit Kumar "Karn"
पिता
पिता
Dr.Priya Soni Khare
महीना ख़त्म यानी अब मुझे तनख़्वाह मिलनी है
महीना ख़त्म यानी अब मुझे तनख़्वाह मिलनी है
Johnny Ahmed 'क़ैस'
तुझसे है कितना प्यार
तुझसे है कितना प्यार
Vaishaligoel
वो एक रात 11
वो एक रात 11
सोनू हंस
न जाने शोख हवाओं ने कैसी
न जाने शोख हवाओं ने कैसी
Anil Mishra Prahari
तेरा
तेरा "आप" से "तुम" तक आना यक़ीनन बड़ी बात है।
शशि "मंजुलाहृदय"
सबसे बड़ी शिक्षक
सबसे बड़ी शिक्षक
Surinder blackpen
मातृत्व
मातृत्व
साहित्य गौरव
मेरे सब्र का इंतिहा कब तलक होगा
मेरे सब्र का इंतिहा कब तलक होगा
Phool gufran
Loading...