Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
20 Sep 2023 · 1 min read

ज़िंदगी में बेहतर नज़र आने का

ज़िंदगी में बेहतर नज़र आने का
मतलब ये नहीं होना चाहिए,
कि आपकी बनावट में आपका
अपना वजूद ही गुम हो जाए,
बदलाव आपके अंदर से आना
चाहिए न कि दूसरों के कहने से ।

डाॅ फौज़िया नसीम शाद

Language: Hindi
5 Likes · 423 Views
Books from Dr fauzia Naseem shad
View all

You may also like these posts

हुकुम की नई हिदायत है
हुकुम की नई हिदायत है
Ajay Mishra
*घर की चौखट को लॉंघेगी, नारी दफ्तर जाएगी (हिंदी गजल)*
*घर की चौखट को लॉंघेगी, नारी दफ्तर जाएगी (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
शुभांगी छंद
शुभांगी छंद
Rambali Mishra
मेरी कलम से…
मेरी कलम से…
Anand Kumar
हम हिन्दी हिन्दू हिन्दुस्तान है
हम हिन्दी हिन्दू हिन्दुस्तान है
Pratibha Pandey
आप सभी को रक्षाबंधन के इस पावन पवित्र उत्सव का उरतल की गहराइ
आप सभी को रक्षाबंधन के इस पावन पवित्र उत्सव का उरतल की गहराइ
संजीव शुक्ल 'सचिन'
मुझे आदिवासी होने पर गर्व है
मुझे आदिवासी होने पर गर्व है
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
हाहाकार
हाहाकार
Dr.Pratibha Prakash
थाली   भोजन  की  लगी, वधू  करे  मनुहार ।
थाली भोजन की लगी, वधू करे मनुहार ।
sushil sarna
हुनर से गद्दारी
हुनर से गद्दारी
भरत कुमार सोलंकी
मत्तगयंद सवैया
मत्तगयंद सवैया
जगदीश शर्मा सहज
आसान नही सिर्फ सुनके किसी का किरदार आंकना
आसान नही सिर्फ सुनके किसी का किरदार आंकना
Kumar lalit
Loved
Loved
Rituraj shivem verma
"विडम्बना"
Dr. Kishan tandon kranti
कीमत क्या है पैमाना बता रहा है,
कीमत क्या है पैमाना बता रहा है,
Vindhya Prakash Mishra
कब तक छुपाकर रखोगे मेरे नाम को
कब तक छुपाकर रखोगे मेरे नाम को
Manoj Mahato
.
.
Ankit Halke jha
तुम मेरे साथ
तुम मेरे साथ
Dr fauzia Naseem shad
तुझे आगे कदम बढ़ाना होगा ।
तुझे आगे कदम बढ़ाना होगा ।
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
3104.*पूर्णिका*
3104.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
कृष्ण जन्म की आज बधाई
कृष्ण जन्म की आज बधाई
Rajesh Kumar Kaurav
विश्वास
विश्वास
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
उधारी
उधारी
Sandeep Pande
ये दाग क्यों  जाते  नहीं,
ये दाग क्यों जाते नहीं,
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
कोयल
कोयल
Madhuri mahakash
ये आप पर है कि ज़िंदगी कैसे जीते हैं,
ये आप पर है कि ज़िंदगी कैसे जीते हैं,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
पुरुष का दर्द
पुरुष का दर्द
पूर्वार्थ
कहां बैठे कोई , संग तेरे यूं दरिया निहार कर,
कहां बैठे कोई , संग तेरे यूं दरिया निहार कर,
shubham saroj
मौर ढलल
मौर ढलल
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
💖🌹 हिंदी दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं 🌹💖
💖🌹 हिंदी दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं 🌹💖
Neelofar Khan
Loading...